भगवान् शिव की पूजा के समय क्या ना करे –
प्रिय पाठको हम सभी भगवान शिव की पूजा करते समय अक्सर कुछ गलतियां कर देते है | आज हम लेख के माध्यम से आप सभी को उन्ही गलतियों से अवगत कराने जा रहे है जो हमें भूलकर भी नहीं करनी है |
- प्रिय पाठको कभी भी तांबे के लोटे या बर्तन में दूध ना डालें । दूध हमेशा स्टील, पीतल या चांदी के पात्र में ही डालें । तांबे में दूध डालने से वह दूध संक्रमित हो जाता है और सड़ जाता है ।
- शिवलिंग पर दूध, दही, शहद या कोई भी वस्तु चढ़ाने के बाद जल अवश्य चढ़ाएं । स्नान तभी पूर्ण होता है जब हमारी चढ़ाई वस्तु जल से पूरी तरह साफ कर दें ।
3.बहुत से लोग शिवलिंग पर ही धूप या अगरबत्ती लगा देते हैं जोकि गलत है और यह दुष्कृत्य कहलाता है । उससे शिवलिंग पर गर्म राख गिरती है जिससे बचाव करना चाहिए ।
- शिवलिंग के ऊपर रखे कलश में कभी भी दूध ना डालें । उसमे सिर्फ साफ जल ही डालें ताकि शिवलिंग पर साफ जल चढ़ता रहे और स्नान होता रहे । सिर्फ रुद्राभिषेक के समय ही कलश में दूध डाल सकते हैं ।
5.शिवलिंग पर कभी भी सिंदूर या रोली से टीका ना लगाएं । शिवलिंग पर सिर्फ चंदन का तिलक करें ।
- कुछ लोग शिवलिंग पर ही रुपए चढ़ा देते हैं जो अनुचित है और गलत है । रुपए की आवश्यकता भगवान को नहीं बल्कि मंदिर के कार्यों के लिए होती है । इसलिए कोशिश करें की हमेशा दान पात्र में ही रुपए डालें ।
7.कभी भी शिवलिंग की पूरी परिक्रमा ना करें । जिधर से जल बहता है उधर तक जाएं और वापस घूम जाएं ।
- दीपक या धूप आदि शिवलिंग व मूर्तियों से थोड़ा दूरी पर रखें अन्यथा उसके धुएं से मूर्तियां काली पड़ जाती हैं ।
- इसके अलावा बहुत से लोग विशेषकर महिलाएं मंदिरों में भगवान की मूर्ति के आगे लगें शीशे पर ही तिलक या भोग लगा देती हैं जिससे सारा शीशा धुंधला पड़ जाता है और भगवान के दर्शन अच्छे से नहीं हो पाते । इससे बचें और अगर करना ही है तो तिलक हमेशा भगवान के चरणों में ही करें ।
10.कोशिश करें कि मंदिर में ज्यादा से ज्यादा साफ सफाई का ध्यान रखें और अपनी तरफ से कोई भी गंदगी ना फैला।
आशा करता हूँ आप सभी शिव उपासना के समय इन सभी बातो का ध्यान अवश्य रखेंगे |